न दस्तक, न आहट, न कोई सदा है

न दस्तक, न आहट, न कोई सदा है
यही जिंदगी का खुला फलसफा है
चले नंगे पांव गरम रेत पर हम
बड़ी मुश्किलों से सफर ये कटा है
न दस्तक, न आहट, न कोई सदा है
यही जिंदगी का खुला फलसफा है
चले नंगे पांव गरम रेत पर हम
बड़ी मुश्किलों से सफर ये कटा है