मेरी मन्नत
राम भक्त हनुमान,पूर्ण करना सत मन्नत।
पकड़ धर्म का पंथ, भाल हो मेरा उन्नत।
बसे अहिंसा भाव,सदा जीवन के पथ में।
दान-पुण्य व्यवहार,संग हो जीवन रथ में।।
डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम
राम भक्त हनुमान,पूर्ण करना सत मन्नत।
पकड़ धर्म का पंथ, भाल हो मेरा उन्नत।
बसे अहिंसा भाव,सदा जीवन के पथ में।
दान-पुण्य व्यवहार,संग हो जीवन रथ में।।
डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम