तुम कितनी भी कोशिशें कर लो पायदान तो नहीं बन पाऊंगा
तुम कितनी भी कोशिशें कर लो पायदान तो नहीं बन पाऊंगा
थोड़ी सी कोशिश ओर करनी है मुझे हां मैं रोशनदान
बन जाऊंगा
धूल के कणों की आवाजाही मिलेगी कब आबो हवा भी बदलेगी
चलो मैं खुद को सम्भाल लुंगा
कम से कम ताजी हवा में श्वास तो ले पाऊंगा