मुझे शायद लोगों को अपना बनाने का हुनर नहीं आता।

मुझे शायद लोगों को अपना बनाने का हुनर नहीं आता।
कोशिश बहुत करता हु लेकिन दिल में क्या है जता नहीं पाता
दिल की जमीन बंजर सी है अब
पौधा प्यार का न जाने क्यों पनप नहीं पाता।
बारिश का दौर हैं और भीगने का मन करता है
तोड़ के सारी बंदिशें मैं न जाने क्यों मैं अपने* डर *से जीत नहीं पाता?