जीवन का शृंगार
जीवन का शृंगार,कर्म अच्छे हैं होते।
सदा पुण्यता बीज,यही तो रहते बोते।
शोभित होता साज,पुण्य जब पावन खिलते।
धन यश वैभव शांति ,इसी जग में हैं मिलते।।
डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम
जीवन का शृंगार,कर्म अच्छे हैं होते।
सदा पुण्यता बीज,यही तो रहते बोते।
शोभित होता साज,पुण्य जब पावन खिलते।
धन यश वैभव शांति ,इसी जग में हैं मिलते।।
डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम