आओ पेड़ लगाएं
आओ चलें एक नई शुरुआत करें
मिलकर पर्यावरण को आबाद करें
जब भी लगे कि गर्मी ज्यादा है
जाकर कहीं एक पेड़ लगा आएं।
बढ़ता तापमान है चिंता का विषय
प्रदूषण का उसमें एक गहरा रहस्य
धुएँ से घुटती हर साँस है अब
हवा में घुला है जहर हर तरफ।
बढ़ती सड़कें और घटते पेड़
हर जगह इमारत, प्रकृति से छेड़
बना रहे अपने ही दुश्मन
बाढ़, भूकंप, सूखा, भूस्खलन।
अब समय आ गया कुछ कर दिखाएं
हर जन्मदिन पर एक पेड़ लगाएं
हर व्यक्ति तक ये संदेश पहुॅंचायें
चलो इस मुहिम को आगे बढ़ाएं
नदियों को फिर से गीत सुनाएं
मिट्टी की खुशबू फिर से लौटाएं
बच्चों को स्वच्छ भविष्य दे
जीवन को फिर से सुखद बनाएं
@ विक्रम सिंह