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5 Jun 2025 · 1 min read

जब बच्चे थे, तो अकेले रहने से डर लगता था…

जब बच्चे थे, तो अकेले रहने से डर लगता था…
अब जैसे-जैसे बड़े हो रहे है, तो जीवन अकेलापन उपहार में दे रहा है ।

—- प्रणव राज

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