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31 May 2025 · 1 min read

बुंदेली दोहा - भन्ना (फुटकर पैसे)

बुंदेली दोहा – भन्ना (फुटकर पैसे)

#राना भन्ना से सबइ,करतइ हते बजार।
धेला आना चार से,थैली थी गुलनार ।।

अब भन्ना की नइँ कदर,कछू चीज ना आत।
अब नोटन कौ है चला,#राना समझत बात।।

एक नोट भी बन गयौ,#राना अब कलदार।
भन्ना में गिनती नहीं,कातइ अब सरकार।।

अब भन्ना जीनौं धरौ,#राना सेंतत रात।
जलबे मुरदा जाय तो,ऊपर से फिकवात।।

भन्ना जौरो खूब है,गुल्लक लई बनाय।
#राना बे दिन बीत गयँ,याद भौत अब आय।।
*** दिनांक -31.5.2025
✍️ राजीव नामदेव”राना लिधौरी”
संपादक “आकांक्षा” पत्रिका
संपादक-‘अनुश्रुति’त्रैमासिक बुंदेली ई पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
मोबाइल- 9893520965
Email – ranalidhori@gmail.com

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