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29 May 2025 · 1 min read

"कल स्वागत में दूध था,

“कल स्वागत में दूध था,
आज नहीं कट चाय।
घर का रहा न घाट का,
लगी जिसे भी हाय।।”
😃प्रणय प्रभात😃

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