किसको अब हम क्या कहें, सबके मुक्त विचार ।
किसको अब हम क्या कहें, सबके मुक्त विचार ।
मुख्य हुई स्वच्छंदता, आहत हैं संस्कार ।।
सुशील सरना / 27-5-25
किसको अब हम क्या कहें, सबके मुक्त विचार ।
मुख्य हुई स्वच्छंदता, आहत हैं संस्कार ।।
सुशील सरना / 27-5-25