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16 May 2025 · 1 min read

भले ही थक जाऊ मैं रुकना मेरा काम नहीं

भले ही थक जाऊ मैं रुकना मेरा काम नहीं
अविरल मुझको चलना है थकना मेरा काम नहीं
बाधाएं तो प्रेयसी है,इनका तो आलिंगन करना है
लोगों ने जाल बहुत बुने है,लेकिन फंसना मेरा काम नहीं।
हर शख़्श सोचता है कि शायद अब रुक जाऊ मैं
कच्ची माटी का बना नहीं मै यूं रुक जाना मेरा काम नहीं
मै सुबह का राही हु यह रात का ताना बाना क्या
मुझमें भी एक युयुत्सु है यूं डरना मेर काम नहीं
भले ही थक जाऊ मैं रुकना मेरा काम नहीं

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