दिल मे आना जाना है गमों के तूफ़ानों का,

दिल मे आना जाना है गमों के तूफ़ानों का,
मगर जूनून कम नहीं होठों के मुस्कुराने का।
बिखरा हुआ है बेशक़ ज़िन्दगी का हर कोना,
शौक फिर भी कम नहीं है घर सजाने का।।
“स्वयं”
दिल मे आना जाना है गमों के तूफ़ानों का,
मगर जूनून कम नहीं होठों के मुस्कुराने का।
बिखरा हुआ है बेशक़ ज़िन्दगी का हर कोना,
शौक फिर भी कम नहीं है घर सजाने का।।
“स्वयं”