बस तुम्हारा ही नशा है,

बस तुम्हारा ही नशा है,
हमने पी रखी कोई शराब तो नहीं हैं।2।
हमारे साथ नहीं हो मेरी जान,
हमारी आदतें इतनी भी खराब तो नहीं हैं। ।
अब हमसे बातें करने को दिल नही करता क्या???|2|
कहीं हमारी जुबान से निकलता कोई तेजाब तो नहीं है।।।।
—-दिवाकार महतो—-