सघन जंगल में नदी का तुम किनारा हो

सघन जंगल में नदी का तुम किनारा हो
इस अँधेरी रात का तुम ही सितारा हो
मैं फँसी हूँ मुश्किलों के जाल में ऐ माँ
डूबते तिनके का बस तुम ही सहारा हो
सघन जंगल में नदी का तुम किनारा हो
इस अँधेरी रात का तुम ही सितारा हो
मैं फँसी हूँ मुश्किलों के जाल में ऐ माँ
डूबते तिनके का बस तुम ही सहारा हो