- प्रण -

– प्रण –
घड़ा पाप का भर ही गया
धैर्य हमारा टूट गया
भुगतेगा परिणाम नापाकी
पाले थे जिसने आतंकी
वीरों का अब शौर्य देख लो
तकनीकों का दौर देख लो
बेकार हुए शत्रुओं के अस्त्र
पहले चलाना सीख तो लेते
भारतवासी एक हैं सारे
जाति, धर्म से ऊपर सारे
वीर सैनिकों बढ़ते जाओ
अब न पुछे सिंदूर हमारे