Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 May 2025 · 1 min read

हिंदी दोहे बिषय- चाह

#हिंदी #दोहे- #चाह

#राना रखता चाह है,जय‌ बुंदेली मंच।
कृपा सदा देते रहें,शंकर महा विरंच।।

#राना यह भी सोचता,बिना चाह कब राह।
यह मन का संकल्प है,चाहें ईश पनाह।।

बनती अपनी चाह से,आगे ‌की भी राह।
#राना दृड़ संकल्प हो,मिलती सदा पनाह।।

चाह रखो सब शुभ सदा,#राना सुंदर कर्म।
जीवन है तब सार मय,पास रहेगा धर्म।।

चाह रखो मत वाह की,कर्म करो बस आप।
दुनिया देखे आपकी,#राना सुंदर छाप।।
*** दिनांक -6.5.2025
✍️ #राजीव_नामदेव”#राना_लिधौरी”
संपादक “आकांक्षा” पत्रिका
संपादक-‘अनुश्रुति’त्रैमासिक बुंदेली ई पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
मोबाइल- 9893520965
Email – ranalidhori@gmail.com

1 Like · 25 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
View all

You may also like these posts

प्यासा के भोजपुरी ग़ज़ल
प्यासा के भोजपुरी ग़ज़ल
Vijay kumar Pandey
कवि और कलम
कवि और कलम
Meenakshi Bhatnagar
परखा बहुत गया मुझको
परखा बहुत गया मुझको
शेखर सिंह
*टहलें थोड़ा पार्क में, खुली हवा के संग (कुंडलिया)*
*टहलें थोड़ा पार्क में, खुली हवा के संग (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
शहर तुम गांव को चलो
शहर तुम गांव को चलो
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
प्रेरणा
प्रेरणा
Sunil Maheshwari
सोचते सोचते ये शाम भी निकल गयी
सोचते सोचते ये शाम भी निकल गयी
Shubh Agarwal
कभी बैठकर सोचते हैं,
कभी बैठकर सोचते हैं,
Abhilesh sribharti अभिलेश श्रीभारती
*लघुकथा:
*लघुकथा: "कस्तूरी की खोज"*
डा0 निधि श्रीवास्तव "सरोद"
..
..
*प्रणय प्रभात*
हमनवा हमनवा
हमनवा हमनवा
दीपक झा रुद्रा
संकल्प
संकल्प
Bodhisatva kastooriya
वजह बन
वजह बन
Mahetaru madhukar
15--🌸जानेवाले 🌸
15--🌸जानेवाले 🌸
Mahima shukla
मुड़े पन्नों वाली किताब
मुड़े पन्नों वाली किताब
Surinder blackpen
प्रेम सुधा
प्रेम सुधा
लक्ष्मी सिंह
" सबक "
Dr. Kishan tandon kranti
Be with someone you can call
Be with someone you can call "home".
पूर्वार्थ
खोल रखी किताब कई
खोल रखी किताब कई
Kamla Prakash
हेच यश आहे
हेच यश आहे
Otteri Selvakumar
उलजी सुलजी डोरी से, नारी को लड़ते देखा
उलजी सुलजी डोरी से, नारी को लड़ते देखा
Anil chobisa
पागल हूँ न?
पागल हूँ न?
आशा शैली
इस ज़िंदगी ने तो सदा हमको सताया है
इस ज़िंदगी ने तो सदा हमको सताया है
Dr Archana Gupta
अच्छा हम कोई प्रण करें
अच्छा हम कोई प्रण करें
gurudeenverma198
* खुश रहना चाहती हूँ*
* खुश रहना चाहती हूँ*
Vaishaligoel
दोहा - कहें सुधीर कविराय
दोहा - कहें सुधीर कविराय
Sudhir srivastava
नृत्य दिवस विशेष (दोहे)
नृत्य दिवस विशेष (दोहे)
Radha Iyer Rads/राधा अय्यर 'कस्तूरी'
लेखक
लेखक
Shweta Soni
पिया की आस (तीज दोहे)
पिया की आस (तीज दोहे)
अरशद रसूल बदायूंनी
అమ్మా తల్లి బతుకమ్మ
అమ్మా తల్లి బతుకమ్మ
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
Loading...