मनहरण घनाक्षरी
मनहरण घनाक्षरी
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विषय- नववर्ष
शुभारंभ नव वर्ष ,
हृदय उमंग हर्ष,
मिले सकल उत्कर्ष,
यही शुभकामना।
सपने साकार कर,
मन चाहा रंग भर,
घुट-घुट मत मर,
ईश हाथ थामना।
शुभ पथ बढ़ चल,
खुश रह हर पल,
तज कर छल बल,
शुद्ध रख भावना।
रखना नियत भली,
नेक नामी सदा फली,
प्रभु की है मर्ज़ी चली,
उसी ने है तारना।
सीमा शर्मा ‘अंशु’