“चवन्नी-छप्पनी जोड़कर जब गुल्लक खोली, “चवन्नी-छप्पनी जोड़कर जब गुल्लक खोली, गुड़िया तब तक अमीरों की हो चली थी…” 👑Kaviraaj-e-Hind ✍️✍️