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3 May 2025 · 1 min read

तुम्हारे इल्म से भी पेशतर बहुत कुछ हूँ

तुम्हारे इल्म से भी पेशतर बहुत कुछ हूँ
हया हूँ, नूर हूँ,, हूँ पाक़ और वफ़ा हूँ मैं

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