एक वक्त के बाद अपने भी साथ छोड़ देते है

एक वक्त के बाद अपने भी साथ छोड़ देते है
जब जरूरत होती है अपनों की तो ये रिश्ता तोड़ देते है
संघर्ष के दौर में हम अकेले होते है
न भाई किसी का होता न बहन किसी के होते है
बस हम अकेले होते है
एक वक्त के बाद अपने भी साथ छोड़ देते है
जब जरूरत होती है अपनों की तो ये रिश्ता तोड़ देते है
संघर्ष के दौर में हम अकेले होते है
न भाई किसी का होता न बहन किसी के होते है
बस हम अकेले होते है