Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
1 May 2025 · 1 min read

श्रमिक दिवस विशेष शुभकामनाएं

लेखक – डॉ अरूण कुमार शास्त्री
एक अबोध बालक अरूण अतृप्त
01,05,2025
🔗🤣🫶 9968073528
हे श्रमिक तुमको नमन है
याद करता सगरा जगत है।
श्रम श्रेय तुम्हारा अदभुत कथन है
जिसके कारण सम्पूर्ण जगत में ,
सुविधाओं का सागर प्रबल है
हे श्रमिक तुमको नमन है
याद करता सगरा जगत है।
कार्य जितने हैं यहां पर
छाप तेरी है सभी पर
भू खण्ड पूरा धरा पूरी
बस्ती बस्ती हर गली में
रेल पथ हो , राष्ट्रीय पथ हो,
या कोई उपवन निराला,
कोई भवन हो , या के हो फिर,
शिव का शिवाला ।
हे श्रमिक तुमको नमन है
याद करता सगरा जगत है।
श्रम श्रेय तुम्हारा अदभुत कथन है
जिसके कारण सम्पूर्ण जगत में ,
सुविधाओं का सागर प्रबल है
हे श्रमिक तुमको नमन है ।

Loading...