*करनी अपनी रो रहा, पापी पाकिस्तान (कुंडलिया)*

करनी अपनी रो रहा, पापी पाकिस्तान (कुंडलिया)
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करनी अपनी रो रहा, पापी पाकिस्तान
लहू बहाने जो चला, खुद ही लहूलुहान
खुद ही लहूलुहान, सदा हिंसा करवाता
लिए क्रूर बंदूक, न मानवता से नाता
कहते रवि कविराय, किए की पड़ती भरनी
सूख रहे हैं प्राण, पाक की खुद की करनी
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रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा (निकट मिस्टन गंज), रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451