मशगूल अपनी आदतों में रहा
मशगूल अपनी आदतों में रहा
मरते दम तक इबादतों में रहा
मांगता रहा जो अपने खुदा से
वो शख्स हमेशा राहतों में रहा
मारूफ आलम
मशगूल अपनी आदतों में रहा
मरते दम तक इबादतों में रहा
मांगता रहा जो अपने खुदा से
वो शख्स हमेशा राहतों में रहा
मारूफ आलम