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24 Apr 2025 · 1 min read

हमारा हर दिन विजय दशहरा हो

हमारा हर दिन विजय दशहरा हो

हमारा हर दिन विजय दशहरा हो
हर रात दिवाली हो
जीवन विद्या की शिक्षा से
अब जीने की तैयारी हो
अब मानवतावाद की तैयारी हो
हमारा हर दिन विजय दशहराहो
हर रात दिवाली हो
ममता करुणा दया प्रेम
आप भाव नहीं वास्तविकता है
शरीर को अब जीवन समझो
सुखी निरंतर बाकी है
रोटी कपड़ा साड़ी साड़ी से सामान नहीं अब बाकी है

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