हमारा हर दिन विजय दशहरा हो
हमारा हर दिन विजय दशहरा हो
हमारा हर दिन विजय दशहरा हो
हर रात दिवाली हो
जीवन विद्या की शिक्षा से
अब जीने की तैयारी हो
अब मानवतावाद की तैयारी हो
हमारा हर दिन विजय दशहराहो
हर रात दिवाली हो
ममता करुणा दया प्रेम
आप भाव नहीं वास्तविकता है
शरीर को अब जीवन समझो
सुखी निरंतर बाकी है
रोटी कपड़ा साड़ी साड़ी से सामान नहीं अब बाकी है