शान्ति चाहिए तो (अंतिम मुक्तक)

शान्ति चाहिए तो (अंतिम मुक्तक)
देश धर्म पर तो हमको बलिहारी होना पड़ेगा,
अपने भविष्य के लिए तो आज को खोना पड़ेगा।
खामोशीयो से तो ना सहो जुल्मो सितम प्यारो,
समरभूमि मे तो एक बार हमको उतरना पड़ेगा।।
…🙏🏃🏻♂️अहिंसा परमो धर्म:, धर्म हिंसा तथैव च। आज हमारे समक्ष सबसे बड़ी चुनौती नई पीढ़ी को उसकी सामाजिक, धार्मिक जिम्मेदारियों से अवगत और उनके कर्तव्यबोध का उनको ज्ञान कराना हैं। संस्कारों की लड़ाई हैं जीतना जरूरी हैं। प्रणाम, नमस्कार, वंदेमातरम् … भारत माता की जय 🚭‼️