मन्द मन्द बयार (मैथिली चैती गीत)

मन्द मन्द बयार
(मैथिली चैती गीत)
मन्द मन्द चैती बयार सखी..
झकझोरैया जिअरा हमार.. 2
जिअरा हमार सखी.. जिअरा हमार सखी..
उड़बैयेऽऽ..
उड़बैये अंचरा किनारी सखी..
झकझोरैया जिअरा हमार..
मन्द मन्द…
महुआ क फुल स’ गमकैये बगीया.. 2
गमकैये बगीया सखी .. गमकैये बगीया
मजरलऽऽ, मजरल अमवा क डार सखी
झकझोरैया जिअरा हमार..
मन्द मन्द..
बड़ा नीक लागैय हमकऽ कोइली क बोलिया.. 2
कोइली क बोलिया सखी, कोइली क बोलिया
पिहु पिहुऽऽ, पिहु पिहु पपीहा पुकारऽ सखी
झकझोरैया जिअरा हमार..
मन्द मन्द..
मांगब उधार किछु बुंदन मेघ सऽ.
बुंदन मेघ सऽ, बुंदन मेघ स’.. 2
पायल कऽ..
पायल क छुन छुन पुकार सखी,
झकझोरैया जिअरा हमार.. 2
मंद मंद…
राधा कऽ संग रास रचबै छैथ कान्हा,
रचबै छैथ कान्हा सखी, रचबै छैथ कान्हा..2
हम छीऽऽ ,हम छी पिया लेल बेहाल सखी,
झकझोरैया जिअरा हमार.. 2
मंद मंद..
मौलिक आओर स्वरचित
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@निरुपमा कर्ण
कटिहार (बिहार)