विश्व पुस्तक दिवस
किताबें हमारे लिए,
होती बहुत खास है।
जिनमें छिपे कितने,
खूबसूरत एहसास है।।
किताबों में समाज का,
चेहरा छुपा होता है।
लिखने वाले का भी,
कमाल छिपा होता है।।
कुछ किताबें होती हैं,
जो रूलाती है हमें।
कुछ को पढ़कर के,
हसीँ आती है हमें।।
पुस्तक दिवस के दिन,
आज हम यह प्रण लेंगे।
एक पुस्तक प्रतिदिन,
हम सब जरूर पढ़ेंगे।।