iमुझसे कभी यह मत पूछना कि———— ?

मुझसे कभी यह मत पूछना कि———-?
मैं तुमसे कितना प्यार करता हूँ ,
और तुम्हारे लिए क्या कर सकता हूँ ,
ना कभी मुझसे इसका सबूत मांगना।
मुझसे कभी यह मत पूछना कि——— ?
मैं तुमसे क्यों प्यार करता हूँ ,
तुमसे प्यार करने का मकसद क्या है,
और किस-किससे मैं प्यार करता हूँ ,
इसकी तलाश में तुम मत भटकना।
मुझसे कभी यह मत पूछना कि———- ?
मैं क्यों तुमको बदनाम करना चाहता हूँ ,
मैं क्यों तुम्हारा जीवन बर्बाद कर रहा हूँ ,
क्यों नहीं तुम्हारा पीछा छोड़ रहा हूँ ,
क्यों मैं अपने पथ से गुमराह हो रहा हूँ ,
कोई दोष तुम मुझ पर मत लगाना।
मुझसे कभी यह मत पूछना कि———– ?
मैं क्यों मानता हूँ तुम्हें अपनी खुशी,
मैं क्यों बुनता हूँ तुम्हारे सपनें,
अपनी आँखों में तुमको बसाकर,
अपने दिल से तुमको लगाकर,
क्यों लिखता हूँ बार-बार ऐसी रचना,
मुझसे तुमको प्यार है या नहीं,
यह मुझको नहीं है, लेकिन————- ?
मुझसे कभी यह मत पूछना कि—————- ?
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)