Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
22 Apr 2025 · 2 min read

समय

काल समय के महत्व को दर्शाता है

समय अपना महत्त्व कुछ इस तरह बताता है
भूत गया भविष्य आएगा वर्तमान हंसाता और रुलाता है

समय किसी के लिए कभी रुकता नहीं है
समय किसी के लिए कभी टिकता नहीं है

समय कभी किसी का इंतजार नहीं करता
समय कभी किसी को बेकरार नहीं करता

वह सदा ही पछताते हैं जो समय की कद्र नहीं करते
खुद को खुद ही मिटाते जो समयानुसार नहीं ढलते

समय पर ही सूर्योदय प्रकाश करता है
समय पर ही लुप्त होकर अंधकार भरता है

समय बदलता रहता है तुम भी बदलाव करो
समय मुताबिक ही सबसे तुम बर्ताव करो

नौ मॉह शिशु माँ के गर्भ में मूक जीवन जीता है
समय आने पर ही वह धरा पर आकर आनंद लेता है

चलना फिरना समय सिखाये समय ही दौड़ता है
समय आने पर ढाले जवानी और बुढ़ापा रंग दिखलाता है

समय परिवर्तन लाता है कुछ समझाने के लिए
प्राणी समझे समय मिला है मौज उड़ाने के लिए

समय मुताबिक मौसम बदले समय से बादल हाल
समय मुताबिक वर्षा होती कर देती खुशहाल

ठोकर दे दे समय समझाता प्राणी को नव अध्याय
मिले राह जीवन की आगे, संभल कर पांव बढाय

समय ही सुख देता और समय ही दे संताप
समय कर्म के चक्र में सुख दुःख और विलाप

समय की अंगड़ाई ने कुछ को महान बनाया है
समय की करवट ने कुछ को मिट्टी में मिलाया है

जो संभल गया समय के साथ समय के फेर में
वह भटकता नहीं कभी उजाले या अंधेर में

समय बोलकर नहीं बताता ठोकर लगता है
कोई निकल जाता और कोई गिरता जाता है

समय कोई पदार्थ नहीं जिसे छुपा सकते हैं
यह तो एक अवसर है जिसका लाभ उठा सकते हैं

समय कभी विकराल व भयावह भी आता है
जो जीवन को लाचार व मजबूर बना देता है

समय मुताबिक जीना सीख जाता है
वह सुख शांति व समृद्धि पा जाता है

आओ समय पर हम चिंतन और मंथन करें
व्यर्थ ही न केवल आसूं वहायें न आहें भरे

Loading...