शान्ति चाहिए तो (तृतीय मुक्तक)
शान्ति चाहिए तो (तृतीय मुक्तक)
पुकार से नही ललकार से बात मनवानी पड़ेगी,
गजवा ए हिन्द की पूरी तैयारी मिटानी पड़ेगी।
हिन्दू राष्ट्र तो बनेगा कब पता नही हमको पर,
अहिंसा से नही हिंसा से ही शान्ति लानी पड़ेगी।।
…🙏🏃🏻♂️अहिंसा परमो धर्म:, धर्म हिंसा तथैव च। धर्म की जय हो अधर्म का नाश हो प्राणियों मे सद्भावना हो विश्व का कल्याण हो, भारत शीघ्राति शीघ्र हिंदूराष्ट्र बने और हिंदूराष्ट्र का मन्तव्य यह कदाचित नही कि हम किसी पंथ या मजहब को भारत मे रहने नही देगे हम तो सनातनी हैं सभी को अपने हृदय से लगा कर रखते हैं परन्तु विश्व मे फैले सनातन के लिए एक राष्ट्र तो जरूरी हैं। प्रणाम, नमस्कार, वंदेमातरम्… भारत माता की जय🚭‼️