पैगाम ए मुहब्बत
पैगाम ए मुहब्बत
आप कब करोगे इजहार ए मोहब्बत।
न जाने कब देखोगे मेरी चाहत।
हर लम्हा तुझे देखने को तरसते है।
अपना लो मेरी पैगाम ए मोहब्बत।।
स्वरचित – कृष्णा वाघमारे, जालना, महाराष्ट्र.
पैगाम ए मुहब्बत
आप कब करोगे इजहार ए मोहब्बत।
न जाने कब देखोगे मेरी चाहत।
हर लम्हा तुझे देखने को तरसते है।
अपना लो मेरी पैगाम ए मोहब्बत।।
स्वरचित – कृष्णा वाघमारे, जालना, महाराष्ट्र.