मांगे लड़के डॉवरी
मांगे लड़के डॉवरी, लड़की चाहे राह |
अलग हुयी यदि मंजिले , कैसे हो निर्वाह |
कैसे हो निर्वाह,रोज अलगाव मुकदमा|
बना दिया व्यवसाय, गुजारा भत्ता सदमा |
कहें प्रेम कविराय,झंझटों को है टांगे|
लड़की चाहे कैद, डॉवरी अब ना मांगे|
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम