खाई ठोकर चल दिए, यही समय की चाल।

खाई ठोकर चल दिए, यही समय की चाल।
कहने वाले कब थके, दुनिया तो भूचाल।।
रख सीने में हौसला, अपनी मंजिल ठान
पूछा किसने कब भला, क्या तेरा है हाल।।
सूर्यकांत
खाई ठोकर चल दिए, यही समय की चाल।
कहने वाले कब थके, दुनिया तो भूचाल।।
रख सीने में हौसला, अपनी मंजिल ठान
पूछा किसने कब भला, क्या तेरा है हाल।।
सूर्यकांत