चलो ! चलें उस सफ़र पर

चलो ! चलें उस सफ़र पर
जहाँ मौन हो, एकांत हो !!
मिला दूँ तुमको, तुम्ही से
जब मन तुम्हारा शांत हो !!
तुमसे बेहतर, तुमसे अच्छा
कौन है? कहाँ हैं वादियों में,
जब खोजना हो अगर तो
चुपके से चले आना ख़ामोशियों में !!
✍🏻 शुभम आनंद मनमीत