फ़ुरसत से निकालों वक्त, या अपना वक्त अपने पास रखो;
जीवन का मूल स्रोत वर्तमान में है और हम अतीत और भविष्य में खो
*स्वस्थ देह का हमें सदा दो, हे प्रभु जी वरदान (गीत )*
मै व्यस्त था..... ये तो केवल एक बहाना होता है, असल में कोई उ
Happiness doesn't come from sleeping, relaxing and hanging o
😭अब बेटों को बचा लो😭(कविता): अभिलेश श्रीभारती
Abhilesh sribharti अभिलेश श्रीभारती
लोकतंत्र तभी तक जिंदा है जब तक आम जनता की आवाज़ जिंदा है जिस
मेरी एक बात हमेशा याद रखना ,
मुकद्दर कह रहा मुझसे , तपेगी आजिज़ी कब तक
बेशक ! बसंत आने की, खुशी मनाया जाए
मुश्किल से मुश्किल हालातों से
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
ख़ुद से ही छिपा लेता हूं बातें दिल के किसी कोने में,
नादान नहीं है हम ,सब कुछ समझते है ।
बिड़द थांरो बीसहथी, चावौ च्यारूं कूंट।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)