यही है-------- प्यार तुम्हारा
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यह लड़ना हमसे तुम्हारा, यह चिढ़ना हमसे तुम्हारा।
हमें तो अच्छा लगता है, यह अंदाज तुम्हारा।।
यह गुस्सा करना तुम्हारा, यह हंसना ऐसे तुम्हारा।
हम तो इसे ही कहते हैं, यही है प्यार तुम्हारा।।
यह लड़ना हमसे—————————।।
बुरा कब माना है हमने, कहा है यही सिर्फ तुमसे।
जब कोई पास नहीं हो, तब ही लड़ा करो हमसे।।
करेंगे शक वरना लोग, यहाँ हम दोनों पर।
ऐसे मटकना तुम्हारा, और ऐसे लड़ना तुम्हारा।।
हमने तो माना है इसे ही, इजहारे- दिल तुम्हारा।
यह लड़ना हमसे————————–।।
हिदायत यही है तुमको, यह याद सदा तुम रखना।
हमारे सिवा किसी से कभी, नहीं प्यार तुम करना।।
भरोसा उसपे नहीं करना, बदनाम तुमको वह कर देगा।
शैतानी हमसे यह करना, लचककर चलना यह तुम्हारा।।
हमने तो इसे ही समझा है, शौक-ए- दिल है तुम्हारा।
यह लड़ना हमसे—————————।।
जब बिछुडेंगे हम दोनों, यह दिन याद तुम करोगे।
हमारे बिना आखिर कैसे, अकेले तुम जीवोगे।।
आये अगर याद हमारी, बहाना नहीं तुम आँसू।
बातें दिल की हमसे करना, यूँ बैठके पास तुम्हारा।।
हमने कहा है सच तुमको, हमराह यार हमारा।
यह लड़ना हमसे—————————।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)