मौन मौन क्यों बोल

गीत
सुन सुन सुन ओ मेरे मितवा
जीवन तो है ढोल
बजा बजा के, हारी दुनिया
मौन मौन क्यों बोल
क्या कहना क्या सुनना प्यारे
बोल चुके हैं सारे
पढ़ते पढ़ते गीता मानस
करतल ताल पुकारे
नाचे, गावे मुनिया रानी
बड़े रील के झोल
बजा बजा के, हारी दुनिया
मौन मौन क्यों बोल
हम भी गूंगे, तुम भी बहरे
किससे कैसी शिकवा
नजर मिलाकर बात करे है
मुन्ना हो या मुनिया
लो,भर गया समय से पहले
यूं यौवन का डोल
बजा बजा के, हारी दुनिया
मौन मौन क्यों बोल
दादा दादी, नाना नानी
भूले आज कहानी
डिजिटल युग में बच्चों पर ही
छाई लगे जवानी
लाइव लाइव हैं मम्मी पापा
डिजीटल ही अब खोल
बजा बजा के, हारी दुनिया
मौन मौन क्यों बोल
सूर्यकांत