शीर्षक -एक मुलाकात आज ही कर लो।
शीर्षक -एक मुलाकात आज ही कर लो।
करना है जो कल तुम्हें
वह आज अभी तुम कर लो।
कल को किसने देखा है
एक मुलाकात आज ही कर लो।
क्योंकि वक्त गुजर जाता है
जो फिर लौट कर आता नहीं है।।
गर प्यार तुम मुझ से करते हो
इकरार ,इज़हार अभी कर लो।
कल हो ना जाएं हम किसी के
एक मुलाकात आज ही कर लो।
क्योंकि वक्त गुजर जाता है
जो फिर लौट कर आता नहीं है।।
मंजिल तेरी तेरे सामने है
दो कदम बढ़ा कर चूम लो।
कल हाथ की रेखा बदल ना जाएं
एक मुलाकात आज ही कर लो।।
क्योंकि वक्त गुजर जाता है
जो फिर लौट कर आता नहीं है।।
जिस मूरत के दीवाने हो
उसे मन मंदिर में बसा लो।
कर ना दे कोई अर्पित दीप उसे
एक मुलाकात आज ही कर लो।
क्योंकि वक्त गुजर जाता है
जो फिर लौट कर आता नहीं है।।
रानी शशि दिवाकर -अमरोहा