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16 Apr 2025 · 1 min read

यह तेरी खुशनसीबी है कि--------- ?

यह तेरी खुशनसीबी है कि, तुम्हें प्यार करता हूँ मैं।
अपना समझकर तेरी, इज्जत करता हूँ मैं।।
यह तेरी खुशनसीबी है ——————-।।

मुझको समझना नहीं, तुम कोई दीवाना।
ना कोई मुझपे तुम, इल्जाम लगाना।।
मेरी शराफत है कि, लुटा नहीं तुमको।
बुरी नजर से तुमको, नहीं देखता हूँ मैं।।
यह तेरी खुशनसीबी है —————।।

करती है तू तो मेरी, सबसे बुराई।
बड़ी बेशर्म है तेरी, यह बेवफ़ाई।।
गनीमत है तेरी मैं, करता हूँ तारीफ।
बदनाम तुमको करना, नहीं चाहता हूँ मैं।।
यह तेरी खुशनसीबी है कि—————।।

माना कि तू है, महलों की रानी।
यह सारी दुनिया है, तेरी दीवानी।।
मगर तेरे हुस्न का मैं, नहीं हूँ गुलाम।
फिर भी तुम्हारा दर्द, समझता हूँ मैं।।
यह तेरी खुशनसीबी है कि—————।।

शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला-बारां(राजस्थान)

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