दुश्मन से भी यारी रखता

दुश्मन से भी यारी रखना।
सबसे दुनियादारी रखना।
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मन से हारी मत मानो।
जीतने वाली पारी रखना।
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कदम सफलता चूमेगी।
मन को तुम मत भारी रखना।
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बातों से तुम,दुख ना देना।
बोली मीठी प्यारी रखना।
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घमंड नहीं करना जीवन में।
माता ममता मय नारी रखना।
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बंजर न हो रिश्तो का।
उगे फूल वो क्यारी रखना।
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कहे सगीर सुनो सब भाई।
रीति सभी से न्यारी रखना।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी खैरा बाजार बहराइच उत्तर प्रदेश