निरंतर कोशिश किया गया था — वो चेहरा, वो बात, अगर मेरे दिमाग़

निरंतर कोशिश किया गया था — वो चेहरा, वो बात, अगर मेरे दिमाग़ मे कोई डिलीट बटन होता तो मै डिलीट कर के फिर से प्रयास मे लग जाती!-
कहते है आप सब,
रिश्ते को तोड़ देना बेहद आसान होता है, जुड़े रहना कठिन!”
लेकिन आप जिस जगह निरंतर शब्द के मार से टूट रहें हो, वहाँ कैसे प्रेम स्थापित करेगें
और हाँ ऐसा भी नहीं है, की मैने शब्द के तीर नहीं चलाए हो, मैने भी हृदय दुःखित किया!— शायद सब से ज्यादा मैने ही किया है!- इसकी सजा हम भोग रहें
पर मेरी कोशिश रही हमेशा की — झगड़े को फिक्स किया जाए!– मेरी खामी है की हर कोशिश विफल रहीं!–
इस विषय मे खुद को ही दोषी मानते है!- 🪻उसके आगे हम तुच्छ ही थे हमेशा!-…
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