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15 Apr 2025 · 1 min read

जिंदगी रेस नहीं है कि हमेशा दौड़ा ही जाए, कभी ठहरकर अपने आस-

जिंदगी रेस नहीं है कि हमेशा दौड़ा ही जाए, कभी ठहरकर अपने आस-पास के माहौल को समझें स्वम को उन परिस्थिति के लिए तैयार करे, अपने स्वाभिमान को जिन्दा रखे, सचेत रहे और संगठित रहे। प्रत्येक सूर्योदय यह प्रमाण देता है कि अंधकार कितना भी गहरा क्यों न हो, कुछ क्षण बाद उजाला हो ही जाता है। पहले काश्मीर और अब पश्चिम बंगाल यही तो होता हैं डायरेक्ट एक्शन…🙏🏃🏻‍♂️शिकार ना बने। धर्मो रक्षति रक्षित: रोटी कपड़ा और मकान के साथ साथ धर्म की भी चिंता करें क्योंकि, जहां धर्म कमजोर होता है वहा रोटी छीन ली जाती है, कपड़े फाड़ दिए जाते है और मकान जला दिए जाते हैं। सुरक्षित रहिए, प्रणाम, नमस्कार, वंदेमातरम… भारत माता की जय 🚭‼️

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