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14 Apr 2025 · 1 min read

बाबा भीमराव के अनुयायी तुम

शेर- भूल गए क्यों तुम समाज को, बनकर जनप्रतिनिधि आरक्षण से।
कर रहे हो धोखा क्यों समाज से, बनकर अफसर आरक्षण से।।
यह दगाबाजी और धोखा वो कर रहे हो, बाबा भीमराव से भी।
जो बन गए हैं मंत्री सरकार में, वो लड़कर चुनाव आरक्षण से।।
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बाबा भीमराव के अनुयायी तुम, सच में यह काम करो।
बनकर समाज सुधारक तुम, समाज का उत्थान करो।।
बनकर नेता तुम कभी, नहीं भूलों अपने समाज को।
बाबा भीमराव की राह चलकर, समाज का कल्याण करो।।
बाबा भीमराव के अनुयायी तुम——————–।।

अगर तुम हो सांसद या विधायक, समाज के मुद्दें उठाओ।
रहकर खामोश सरकार के, समाज पे नहीं जुल्म बढ़ाओ।।
बनकर मंत्री सरकार में तुम, समाज से नहीं दगा करो।
बाबा भीमराव की राह चलकर, समाज का कल्याण करो।।
बाबा भीमराव के अनुयायी तुम———————।।

शिक्षित बनाओ समाज को, वह मिटा सके अंधकार को।
पढ़कर संविधान-कानून को, वह पा सके अधिकार को।।
राजनीतिक दलों में बंटकर, समाज के नहीं टुकड़े करो।
बाबा भीमराव की राह चलकर, समाज का कल्याण करो।।
बाबा भीमराव के अनुयायी तुम——————–।।

अपने स्वार्थ- हित के लिए, नहीं करो नीलाम सम्मान समाज का।
आरक्षण से बनकर सरकारी मुलाजिम, नहीं भूलों कर्ज समाज का।
मिलाकर हाथ शोषकों से तुम, समाज का नहीं खून करो।
बाबा भीमराव की राह चलकर, समाज का कल्याण करो।।
बाबा भीमराव के अनुयायी तुम——————।।

शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)

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