दुनिया मतलब कि
मैंने देखी दुनिया मतलब कि यहां ।
मतलब की रिश्तेदार जहां ।।
पल पल बदलते रिश्ते यहां ।
हर वक्त बिकता ईमान जहां ।।
हां जुठो को हंसते देखा यहां ।
सच्चों को अक्सर रोते देखा जहां।।
भाई भाई को लड़ते देखा यहां ।
कुत्तों को घर में लाड़ से पलते देखा जहां ।।
पर बच्चों से माता पिता नहीं संभलते यहां ।
विश्वास से ज्यादा अंधविश्वास जहां।।
आजकल भाईचारे से ज्यादा मतभेद यहां।
नारी का सम्मान नहीं जहां।।
मैंने ऐसी मतलब कि दुनियादारी देखी यहां ।।
हर्षिता चौबीसा 🖊️