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10 Apr 2025 · 1 min read

बे मौसम की बारिश

बे मौसम जो यह बारिश आई।
सिकन किसानों के सिर पर लाई।।
पकी फसल पर जो संकट आया।
घोर निराशा का बादल छाया।।

प्रभुवर अपनी अब कृपा दिखाओ।
बारिश से सारी फसल बचाओ।।
कृपा आपकी है सबसे न्यारी।
रक्षा करिए प्रभु आज हमारी।।

बिन मौसम नहि अब बारिश आए।
फसल सभी की रक्षित हो जाए।।
विनय किसानों की प्रभुवर सुनिए।
ताना बाना जगहित का बुनिए।।

डॉ ओम प्रकाश श्रीवास्तव ओम
शिक्षक व साहित्यकार
कानपुर नगर

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