Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Apr 2025 · 1 min read

दोहा सप्तक. . . . जगत्

दोहा सप्तक. . . . जगत्

साथ निभा कर चल दिए, जितने भी थे संग ।
द्रवित नैन से ईश के, देख रहे थे रंग ।।

आज सभी गमगीन थे, देख देह को मौन ।
प्राणों को जो ले गया, आखिर था वह कौन ।।

अंत समय संसार सब,ले लेता परिधान ।
जैसी आई फिर करे, वैसे ही प्रस्थान ।।

तोड़ सको तो तोड़ दो, झूठे जग के बंध ।
पीछे जाना छोड़ कर, नेक कर्म की गंध ।।

देह गमन के साथ जो, चलते हैं हमदर्द ।
उसके कर्मों की करें, व्याख्या जग के मर्द ।।

अपने मन में ले चला, जीवन की हर याद ।
पीछे केवल रह गए, कुछ उसके संवाद ।।

मौन सौम्य तस्वीर के, आगे झुकता माथ ।
क्षमा मांगते भूल की, सब जोड़कर हाथ ।

सुशील सरना / 9-4-25

24 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

बधाई का असली पात्र हर उस क्षेत्र का मतदाता है, जिसने दलों और
बधाई का असली पात्र हर उस क्षेत्र का मतदाता है, जिसने दलों और
*प्रणय प्रभात*
दो शे'र ( ख़्याल )
दो शे'र ( ख़्याल )
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
सतत् प्रयासों से करें,
सतत् प्रयासों से करें,
sushil sarna
मुक्तक - यूं ही कोई किसी को बुलाता है क्या।
मुक्तक - यूं ही कोई किसी को बुलाता है क्या।
सत्य कुमार प्रेमी
छल और फ़रेब करने वालों की कोई जाति नहीं होती,उनका जाति बहिष्
छल और फ़रेब करने वालों की कोई जाति नहीं होती,उनका जाति बहिष्
Shweta Soni
रंग सांवला लिए फिरते हो
रंग सांवला लिए फिरते हो
MEENU SHARMA
बाबूजी
बाबूजी
Dr Archana Gupta
तेरे दिल की आवाज़ को हम धड़कनों में छुपा लेंगे।
तेरे दिल की आवाज़ को हम धड़कनों में छुपा लेंगे।
Phool gufran
एहसास ए चाय
एहसास ए चाय
Akash RC Sharma
चेहरे की शिकन देख कर लग रहा है तुम्हारी,,,
चेहरे की शिकन देख कर लग रहा है तुम्हारी,,,
शेखर सिंह
समाज का आइना
समाज का आइना
पूर्वार्थ
वीर-जवान
वीर-जवान
लक्ष्मी सिंह
तू ही बता ,तू कैसा
तू ही बता ,तू कैसा
Abasaheb Sarjerao Mhaske
तेरा इक दिवाना हूँ
तेरा इक दिवाना हूँ
Dr. Sunita Singh
विश्व कविता दिवस
विश्व कविता दिवस
विजय कुमार अग्रवाल
79kingpress
79kingpress
79kingpress
ये मौन है तेरा या दस्तक है तुफान से पहले का
ये मौन है तेरा या दस्तक है तुफान से पहले का
©️ दामिनी नारायण सिंह
जो व्यक्ति आपको पसंद नहीं है, उसके विषय में सोच विचार कर एक
जो व्यक्ति आपको पसंद नहीं है, उसके विषय में सोच विचार कर एक
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
किताब
किताब
Neeraj Kumar Agarwal
कहमुकरी : एक परिचयात्मक विवेचन
कहमुकरी : एक परिचयात्मक विवेचन
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
वो हमको देखकर मुस्कुराने लगे,
वो हमको देखकर मुस्कुराने लगे,
Jyoti Roshni
मुस्कुराता जीवन
मुस्कुराता जीवन
Santosh kumar Miri
Fear | Life | Truth | ~ Ravikesh Jha
Fear | Life | Truth | ~ Ravikesh Jha
Ravikesh Jha
ज़रा सी बात पर क्यों सब्र खोकर टूट जाता है
ज़रा सी बात पर क्यों सब्र खोकर टूट जाता है
Johnny Ahmed 'क़ैस'
रुकना नहीं चाहता कोई
रुकना नहीं चाहता कोई
Shriyansh Gupta
"मेरा प्यार "
DrLakshman Jha Parimal
शायरी
शायरी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
नामुमकिन है
नामुमकिन है
Dr fauzia Naseem shad
" इसलिए "
Dr. Kishan tandon kranti
*खादी ने अनुपम काम किया, चरखे ने कब विश्राम किया (राधेश्यामी
*खादी ने अनुपम काम किया, चरखे ने कब विश्राम किया (राधेश्यामी
Ravi Prakash
Loading...