जिन्दगी में हमें जो चाहिए वो मिल जाए यह जरूरी नहीं, लेकिन फि

जिन्दगी में हमें जो चाहिए वो मिल जाए यह जरूरी नहीं, लेकिन फिर भी कोशिश करना, एक सकारात्मक नजरिया रखना जरूरी है। परिणाम उम्मीद के विपरीत आने पर उसे स्वीकार करके आगे बढ़ना जरूरी है, क्योंकि चीजों को पकड़कर रखने पर कुछ हासिल नहीं होगा, बल्कि जिस वक्त में हम थोड़ा भी अच्छा कर सकते हैं उसे भी गंवा देंगे, और अंत में कुछ नहीं कर पाएंगे।
उस परिस्थिति में क्या करना है? सिर्फ सोच कर ही वक्त निकालना है? या थोड़ा बहुत जो कर सकते हैं वह करने की कोशिश करनी है? फैसला हमेशा हमारे हाथ में होता है।