जो कहना है खुलकर कह दो,

जो कहना है खुलकर कह दो,
यूं अदाओं से जताया नहीं करते।
अक्सर भ्रम हो जाता है इशारों में,
जब मंजिल हो सामने तो फिर शरमाया नहीं करते।
कुमार दीपक “मणि”
जो कहना है खुलकर कह दो,
यूं अदाओं से जताया नहीं करते।
अक्सर भ्रम हो जाता है इशारों में,
जब मंजिल हो सामने तो फिर शरमाया नहीं करते।
कुमार दीपक “मणि”