Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Mar 2025 · 1 min read

मां

रिश्ते नाते कसमें वादे जग में सब कुछ देखा !
पर मां तेरे जैसा सच्चा और कोई नहीं देखा !!
• विशाल शुक्ल

Language: Hindi
Tag: मां
61 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

.....
.....
शेखर सिंह
दोस्ती
दोस्ती
Neha
डर डर जीना बंद परिंदे..!
डर डर जीना बंद परिंदे..!
पंकज परिंदा
दीवारें....., सिर्फ घरों में नहीं होती
दीवारें....., सिर्फ घरों में नहीं होती
Priya Maithil
लोगो का व्यवहार
लोगो का व्यवहार
Ranjeet kumar patre
कभी अपने स्वार्थ से ऊपर उठकर ,
कभी अपने स्वार्थ से ऊपर उठकर ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
कविता की महत्ता।
कविता की महत्ता।
Rj Anand Prajapati
*साम्ब षट्पदी---*
*साम्ब षट्पदी---*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
दीपक एक जलाना है
दीपक एक जलाना है
surenderpal vaidya
दोहा
दोहा
seema sharma
रिश्ते रेशम डोर से,
रिश्ते रेशम डोर से,
sushil sarna
हाहाकार
हाहाकार
Dr.Pratibha Prakash
*जाति मुक्ति रचना प्रतियोगिता 28 जनवरी 2007*
*जाति मुक्ति रचना प्रतियोगिता 28 जनवरी 2007*
Ravi Prakash
मेरा सपना
मेरा सपना
Anil Kumar Mishra
क़ुर्बान ज़िंदगी
क़ुर्बान ज़िंदगी
Shyam Sundar Subramanian
या तुझको याद करूं
या तुझको याद करूं
डॉ. एकान्त नेगी
ज़माना इतना बुरा कभी नहीं था
ज़माना इतना बुरा कभी नहीं था
shabina. Naaz
3291.*पूर्णिका*
3291.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तुम्हारी बातें
तुम्हारी बातें
Jyoti Roshni
मरूधर रौ माळी
मरूधर रौ माळी
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
प्रेम दिवानी
प्रेम दिवानी
Pratibha Pandey
"कोई गुजर गया शायद"
Shakuntla Agarwal
**जिंदगी बोझ समझ ढोते रहे**
**जिंदगी बोझ समझ ढोते रहे**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
sp 82नेताजी सुभाष चंद्र बोस
sp 82नेताजी सुभाष चंद्र बोस
Manoj Shrivastava
सबसे बड़ी शिक्षक
सबसे बड़ी शिक्षक
Surinder blackpen
हम तुम्हारे हुए
हम तुम्हारे हुए
नेताम आर सी
मदद एक ऐसी घटना है..
मदद एक ऐसी घटना है..
Aslam sir Champaran Wale
मतलब नहीं माँ बाप से अब, बीबी का गुलाम है
मतलब नहीं माँ बाप से अब, बीबी का गुलाम है
gurudeenverma198
- बस कुछ दिन ही हुए -
- बस कुछ दिन ही हुए -
bharat gehlot
गुनगुनाने यहां लगा, फिर से एक फकीर।
गुनगुनाने यहां लगा, फिर से एक फकीर।
Suryakant Dwivedi
Loading...