दो घंटे बैठकर मूर्तियों की पूजा करें
दो घंटे बैठकर मूर्तियों की पूजा करें
या दिन में पांच बार नमाज़ अदा करें ,
लेकिन भगवान को इतनी रिश्वत देने के बाद,
अगर आप खुद को अनैतिक काम करने
और दूसरों को दर्द देने के लिए स्वतंत्र मानते है ,
तो आपका धर्म अब स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए ।
~गणेश शंकर विद्यार्थी/शहादत दिवस